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क्लाउड कंप्यूटिंग (Cloud Computing)

क्लाउड कंप्यूटिंग एक ऐसी तकनीक है जिसमें डेटा, एप्लिकेशन और सेवाएं इंटरनेट के माध्यम से एक्सेस की जाती हैं अर्थात आप फिजिकल कंप्यूटर या सर्वर के बजाय "क्लाउड" (इंटरनेट) पर काम करते हैं। सरल भाषा में "क्लाउड" का मतलब है कि आपका डेटा और सॉफ्टवेयर इंटरनेट पर किसी दूर के सर्वर में स्टोर होता है, न कि आपके कंप्यूटर में। जैसे:- 
1. Google Drive – ऑनलाइन फाइल स्टोरेज
2. Gmail/Outlook – ईमेल सेवा क्लाउड पर चलती है
3. Netflix, YouTube – वीडियो स्ट्रीमिंग क्लाउड पर आधारित होती है
4. AWS, Azure, Google Cloud – बड़ी क्लाउड कंप्यूटिंग सर्विस प्रोवाइडर हैं

क्लाउड कंप्यूटिंग के प्रकार:- 

1. IaaS (Infrastructure as a Service)
सर्वर, स्टोरेज, नेटवर्क जैसी मूलभूत सुविधाएं
उदाहरण: Amazon EC2, Google Compute Engine

2. PaaS (Platform as a Service)
डेवलपर्स के लिए एक प्लेटफ़ॉर्म जहाँ वे एप्लिकेशन बना और चला सकते हैं
उदाहरण: Google App Engine, Microsoft Azure

3. SaaS (Software as a Service)
रेडीमेड एप्लिकेशन जो आप सीधे इंटरनेट पर उपयोग कर सकते हैं
उदाहरण: Gmail, Dropbox, Zoom

क्लाउड कंप्यूटिंग का इतिहास (History of Cloud Computing)

1. 1960s – शुरुआत का विचार (The Idea Begins)
John McCarthy ने 1961 में सुझाव दिया कि “कंप्यूटिंग को एक यूटिलिटी (सेवा) की तरह दिया जा सकता है”, जैसे बिजली या पानी। यह क्लाउड कंप्यूटिंग का शुरुआती सिद्धांत था।

2. 1990s – इंटरनेट का उदय (Rise of the Internet)
इंटरनेट के प्रसार के साथ डेटा और सॉफ्टवेयर को दूर बैठे सर्वरों से एक्सेस करने की सोच मजबूत हुई। कंपनियाँ अपने सर्वर से वेब-आधारित सेवाएं देने लगीं।

3. 1999 – Salesforce की शुरुआत
Salesforce.com ने SaaS (Software as a Service) मॉडल की शुरुआत की। यह पहला बड़ा व्यवसाय था जो पूरी तरह क्लाउड पर आधारित था।

4. 2006 – Amazon Web Services (AWS) की लॉन्चिंग
Amazon ने AWS लॉन्च किया, जिसमें EC2 (Elastic Compute Cloud) और S3 (Simple Storage Service) जैसी सेवाएं थीं। इसे आधुनिक क्लाउड कंप्यूटिंग की शुरुआत माना जाता है।

5. 2010 के बाद – बड़े ब्रांड्स का जुड़ना
Microsoft (Azure), Google (Google Cloud Platform), IBM, और Oracle ने भी क्लाउड मार्केट में एंट्री ली। क्लाउड को बिज़नेस, एजुकेशन, हेल्थकेयर और एंटरटेनमेंट तक में इस्तेमाल किया जाने लगा।

6. आज क्लाउड कंप्यूटिंग लगभग हर क्षेत्र में उपलब्ध है जैसे डेटा स्टोरेज, वेब होस्टिंग,वेब स्ट्रीमिंग, AI/ML मॉडल्स, मोबाइल ऐप्स, गेमिंग इत्यादि।

क्लाउड कंप्यूटिंग के फायदे:- 

1. कहीं से भी एक्सेस
2. कम लागत में सेवाएं
3. स्केलेबिलिटी (जरूरत अनुसार बढ़ाना या घटाना)
4. डेटा बैकअप और रिकवरी आसान
5. कोई हार्डवेयर लगाने की जरूरत नहीं

क्लाउड कंप्यूटिंग का कोई एक “Founder” नहीं है, लेकिन कुछ प्रमुख नाम और कंपनियाँ हैं जिन्होंने इस क्षेत्र की नींव रखी:- 

1. John McCarthy (जॉन मैकार्थी)
उन्हें "Cloud Computing का विचारक" कहा जा सकता है। उन्होंने 1961 में सुझाव दिया था कि "कंप्यूटिंग को एक उपयोगिता सेवा (utility) की तरह बेचा जा सकता है," जैसे बिजली या पानी।

2. Salesforce (1999)
Salesforce ने पहली बार SaaS (Software as a Service) मॉडल को बड़े पैमाने पर अपनाया।

3. Amazon Web Services (AWS)
2006 में Amazon ने पहली बार आधुनिक क्लाउड कंप्यूटिंग सेवा (Amazon EC2 और S3) शुरू की। इसलिए Amazon को आधुनिक क्लाउड कंप्यूटिंग का अगुवा (pioneer) माना जाता है।

क्लाउड कंप्यूटिंग आर्किटेक्चर (Cloud Computing Architecture)

क्लाउड कंप्यूटिंग की संरचना दो भागों में होती है:

1. फ्रंट एंड (Front-End)

यूज़र (User) या क्लाइंट साइड को कहा जाता है। इसमें वे डिवाइसेस, ऐप्स और इंटरफेस आते हैं जिनसे यूज़र क्लाउड सेवाओं को एक्सेस करता है। उदाहरण: वेब ब्राउज़र, मोबाइल ऐप, क्लाइंट डिवाइस

2. बैक एंड (Back-End)

यह वह हिस्सा है जहाँ क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर मौजूद होता है — यानी सर्वर, स्टोरेज, डेटाबेस, सिक्योरिटी आदि। बैक एंड में शामिल होते हैं:

सर्वर (Servers), डेटा स्टोरेज सिस्टम (Storage), वर्चुअल मशीनें (VMs), नेटवर्किंग सिस्टम, सिक्योरिटी मैकेनिज्म, डेटा मैनेजमेंट टूल्स इत्यादि।

मुख्य कंपोनेंट्स (Main Components of Architecture):

Cloud Service Models:-

1. IaaS (Infrastructure as a Service):

हार्डवेयर/नेटवर्क की सुविधा ऑनलाइन मिलती है
उदाहरण: AWS EC2, Google Compute Engine

2. PaaS (Platform as a Service):

डेवलपमेंट के लिए एक प्लेटफॉर्म (कोडिंग, टेस्टिंग, डिप्लॉयमेंट)
उदाहरण: Google App Engine, Heroku

3. SaaS (Software as a Service):

यूज़र सीधे सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करता है
उदाहरण: Gmail, Google Docs, Zoom

अन्य सहायक तत्त्व (Supporting Elements):

Cloud Storage: डेटा को ऑनलाइन स्टोर और एक्सेस करने की सुविधा

Cloud Runtime: एप्लिकेशन चलाने का वातावरण

Cloud Middleware: फ्रंट एंड और बैक एंड को जोड़ने वाली तकनीक

Security Layer: डेटा की सुरक्षा के लिए एन्क्रिप्शन, फायरवॉल आदि।

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