Wednesday, April 12, 2023

Operating System and its goals/objectives ऑपरेटिंग सिस्टम एवं उसके लक्ष्य/उद्देश्य

 Operating System is a system software. It is a collection of different programs which work between different users and computer hardware. It means, it is an interface between user and hardware of computer system. So that application programs can run on Computer in effective and convenient manner. OS is very important part of any computer system because it manages all the resources of computer like input-output devices, Ram-Rom, hard disc, microprocessors, network connection etc. 


ऑपरेटिंग सिस्टम एक सिस्टम सॉफ्टवेयर है। यह विभिन्न प्रोग्रामों का एक संग्रह है जो विभिन्न उपयोगकर्ताओं और कंप्यूटर हार्डवेयर के बीच कार्य करता है। अर्थात यह कंप्यूटर सिस्टम के यूजर और हार्डवेयर के बीच एक इंटरफेस है। जिससे एप्लीकेशन प्रोग्राम कंप्यूटर पर प्रभावी और सुविधाजनक तरीके से चल सकें। OS किसी भी कंप्यूटर सिस्टम का बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा होता है क्योंकि यह कंप्यूटर के सभी संसाधनों जैसे इनपुट-आउटपुट डिवाइस, रैम-रोम, हार्ड डिस्क, माइक्रोप्रोसेसर, नेटवर्क कनेक्शन आदि का प्रबंधन करता है।

Computer system architecture is divided into four parts :-
1) Hardware devices
2) System software (Operating System)
3) Application software / User software / Utility software
4) Users

कंप्यूटर सिस्टम आर्किटेक्चर को चार भागों में बांटा गया है:-
1) हार्डवेयर उपकरण
2) सिस्टम सॉफ्टवेयर (ऑपरेटिंग सिस्टम)
3) एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर / यूजर सॉफ्टवेयर / यूटिलिटी सॉफ्टवेयर
4) उपयोगकर्ता

Goals / Objectives of Operating System-

There are two main objective of OS 
1) Convenience- The primary goal of OS is to make computer system easier for its user. It means, OS provides a simple interface for communication between user and computer.

2) Efficiency- The secondary goal of OS is to allocate all the resources of system to various application programs as efficiently as possible, due to which application programs can provide desired output to it's users very fast and with accuracy.

ऑपरेटिंग सिस्टम के लक्ष्य/उद्देश्य-
OS के दो मुख्य उद्देश्य हैं
1) सुविधा- OS का प्राथमिक लक्ष्य अपने उपयोगकर्ता के लिए कंप्यूटर सिस्टम को आसान बनाना है। इसका अर्थ है, OS उपयोगकर्ता और कंप्यूटर के बीच संचार के लिए एक सरल इंटरफ़ेस प्रदान करता है।

2) क्षमता- OS का द्वितीयक लक्ष्य सिस्टम के सभी संसाधनों को, विभिन्न एप्लिकेशन प्रोग्रामों को यथासंभव कुशलता से आवंटित करना है, जिसके कारण एप्लिकेशन प्रोग्राम अपने उपयोगकर्ताओं को बहुत तेजी से और सटीकता के साथ वांछित आउटपुट प्रदान कर सकते हैं।

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